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Monday 30 January 2017

WHERE IF THE DIFFERENCE BETWEEN UPA AND BJP...

#Upa #Bjp #Pmo #Drt #DebtRecoveryTribunal #VijayMallya

BATTLE OF ALLEGATIONS AGAINST EACH OTHER OVER VIJAY MALYA MESS...



Having been under tremendous pressure of Rahul Gandhi's vicious barbs for a long time for helping Vijay Mallya run away, BJP has attacked the Congress that former Prime Minister, Manmohan Singh had helped the liquor baron, Vijay Mallya for keeping his kingfisher Airlines afloat during its losses. This revelation may certainly spell doom for the Congress's prospects during upcoming elections

It is nothing but like, YOU ARE NO DIFFERENT FROM US. If the Congress had really helped Malya as is claimed by BJP then why they should have extended the favor to Vijay Mallya escape India. where is the difference between BJP and Congress then. 

It may be recalled that at a hearing before the supreme court of India, BJP government's representative, Attorney General, Mukul Rohatgi had told the Apex court  that Vijay Mallya had left the country on March 2, 2016 the very day the syndicate of Banks to whom he owed over 9000 Crores, approached DRT (debt recovery tribunal). Someone in the government may have certainly tipped him about DRT being approached by the banks. Sad, it has been almost a year BJP has not been able to get him back to India for the recovery of tax payers' money that gets often plundered by the nexus of corporate houses, politicians and bureaucrats. 

The following news may give the readers an insight about the whole thing.

पीएमओ के ईमेल से खुलासा, डॉ. मनमोहन सिंह ने की थी विजय माल्या की मदद!
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह विवादों में फंसते दिख रहे हैं. सीएनएन न्यूज 18 ने सनसनीखेज खुलासा किया है कि डॉ. मनमोहन सिंह ने किंगफिशर एयरलाइंस को घाटे से उबारने के लिए शराब कारोबारी विजय माल्या की मदद की थी.

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह विवादों में फंसते दिख रहे हैं. सीएनएन न्यूज 18 ने सनसनीखेज खुलासा किया है कि डॉ. मनमोहन सिंह ने किंगफिशर एयरलाइंस को घाटे से उबारने के लिए शराब कारोबारी विजय माल्या की मदद की थी. साल 2010 से लेकर 2013 के बीच विजय माल्या ने ऐसे कई ईमेल डॉ. मनमोहन सिंह को किए, जिसके बाद वित्त मंत्रालय के जरिए उनकी मदद की गई. विजय माल्या ने डॉ. मनमोहन सिंह को पत्र लिखा था. इसके बाद तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने तमाम नियम कायदों को दरकिनार करते हुए किंगफिशर एयरलाइंस को लोन मामले में राहत पहुंचाई. रिपोर्ट के मुताबिक विजय माल्या उस समय लगातार पीएमओ के संपर्क में थे.
2010 से लेकर 2013 के बीच इस मामले से जुड़े ईमेल सीएनएन न्यूज 18 के हाथ लगे हैं. इसके मुताबिक पीएमओ के बड़े अधिकारी और वित्त मंत्रालय ने विजय माल्या को फायदा दिलाने के लिए नियमों को ताक पर रख दिया था. माल्या ने मनमोहन सिंह को ईमेल किए थे, जिसे पीएमओ से वित्त मंत्रालय फॉरवर्ड कर दिया गया था. उसके बाद नियमों का उल्लंघन करते हुए माल्या की मदद की गई थी. तब डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था कि किंगफिशर एयरलाइंस की मदद होनी चाहिए.
इससे पहले विजय माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस मामले में कथित धन के दुरुपयोग मामले में खुद को बेगुनाह बताया और कहा कि अदालत में भी उनके खिलाफ कुछ नहीं निकला है. माल्या ने ट्वीट जारी कर कहा कि अब तक, इस मिनट तक अदालत में चली सुनवाई के बाद इस बारे में कि किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों का कितना कर्ज है और मुझ पर व्यक्तिगत तौर पर कितना कर्ज है इस बारे में अंतिम तौर पर कुछ भी तय नहीं हुआ है. माल्या ने कहा कि जब तक उन्हें किसी अदालत से दोषी नहीं ठहराया जाता तब तक वह बेगुनाह हैं.
वहीं कर्नाटक उच्च न्यायालय ने आज ही विजय माल्या के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया है। माल्या और उनकी कंपनियों द्वारा कथित रूप से यूनाइटेड ब्रेवरीज होल्डिंग्स लिमिटेड (यूबीएचएल) में अपने इक्विटी शेयर ब्रिटेन की स्पिरिट कंपनी डियाजियो पीएलसी को स्थानांतरित नहीं करने के शपथपत्र के उल्लंघन के आरोप में यह वॉरंट जारी किया गया है.

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